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Trust & Safety

पेमेंट धोखाधड़ी के प्रकार और सुरक्षित रहने के तरीके

PhonePe Regional|5 min read|11 May, 2021

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पेमेंट धोखाधड़ी के प्रकार और सुरक्षित रहने के तरीके

डिजिटल पेमेंट के तरीके ने हमारी ज़िंदगी को बहुत आसान बना दिया है. पैसे भेजने, सभी बिलों का भुगतान, रिचार्ज, ऑनलाइन शॉपिंग से लेकर नज़दीकी किराने की दुकान तक, तुरंत पेमेंट के लिए हमें नकदी पर निर्भर नहीं रहता पड़ता.

एक ओर जहां डिजिटल पेमेंट का तरीका बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है, वहीं धोखेबाज़ आपको नए तरीके से ठगने के लिए आपके असुरक्षित लेन-देन पर लगातार नज़र रखे हुए हैं.

धोखाधड़ी के तरीके कौन-कौन से होते हैं और इससे कैसे सुरक्षित रह सकते हैं ? PhonePe में इसके बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए यहां पढ़ें.

PhonePe पर धोखाधड़ी से बचने का तरीका

PhonePe पर हम लगातार आपके लेन-देन के अनुभव को ज़्यादा सुरक्षित बनाने पर काम कर रहे हैं. हम धोखेबाज़ों से निपटने के लिए शानदार तकनीक, ज्यादा ज़ोखिम और धोखाधड़ी प्रक्रियाओं का इस्तेमाल करते हैं.

PhonePe खाता और लेन-देन सुरक्षा: प्लेटफार्म को ज़्यादा सुरक्षित बनाने के लिए हम एक खाते से होने वाले सभी खातों और लेन-देनों की पुष्टि करते हैं. इन खातों की पुष्टि कई चरणों पर होती हैं. जैसे ही PhonePe पर नया यूज़र रजिस्टर करता है, उनके मोबाइल फ़ोन पर OTP के ज़रिए पुष्टि की जाती है. साथ ही, हम MPIN/पासवर्ड से सभी UPI लेन-देन को भी सेट करते हैं और किसी नए डिवाइस से लॉग इन की पुष्टि, OTP के ज़रिए सत्यापित करते हैं.

हम ज्यादा ज़ोखिम वाले लेन-देन जिनके लक्षण संदिग्ध लगे, उन्हें हमारे प्लेटफ़ॉर्म पर भी एक्सेस करने से रोकते हैं.

जोखिम जांचः हमारी जोखिम जांच की टीम, रिपोर्ट की गई धोखाधड़ी घटनाओं को अलग-अलग चैनलों के माध्यम से संभालती हैं. जांच की टीम ग्राहकों, विक्रताओं, भागीदारों और बाहरी एजेंसियों की मदद करती है. ये टीम धोखाधड़ी लेन-देन को रोकती हैं और धोखेबाज़ों के खिलाफ भी निश्चित रूप से कार्रवाई करती हैं.

धोखाधड़ी को रोकने के लिए तकनीकी क्षमताएं: हमें IP, लोकेशन कॉडीनैट्स वगैरह जैसे वास्तविक संकेत भी मिलते हैं, जिससे सभी धोखाधड़ी से जुड़े लेन-देन की जानकारी को रोका जा सके. हम संदिग्ध यूज़र पर नज़र रखने के लिए यूज़र गतिविधि, डिवाइस, और साधन जैसी ऐतिहासिक जानकारी भी रखते हैं.

कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों के साथ साझेदारी: हम पूरे देश में अलग-अलग कानूनी प्रवर्तन एजेंसियों की साइबर-क्राइम सेल के साथ सहयोग करते हैं. हम धोखाधड़ी की शिकायतों की जानकारी दिलाने में उनकी मदद करते हैं. PhonePe प्लेटफ़ॉर्म पर हम धोखेबाज़ यूज़र को धोखाधड़ी से जुड़े लेन-देन का एक्सेस करने से रोकते हैं. साथ ही, सभी पहचाने गए धोखेबाज़ यूज़र का डेटाबेस भी बनाए रखते हैं.

धोखाधड़ी से बचने के लिए क्या करें और क्या नहीं करें ? :

  • अपनी गोपनीय जानकारी जैसे कार्ड नंबर, समय सीमा समाप्त, PIN, OTP वगैरह किसी के साथ शेयर नहीं करें. अगर PhonePe प्रतिनिधि के रूप में आपसे किसी तरह की जानकारी मांगी जाती है, तो कृपया उन्हें ई-मेल भेजने के लिए कहें. सिर्फ @phonepe.com डोमेन से मिले ई-मेल का ही जवाब दें.
  • हमेशा याद रखें कि PhonePe पर ‘भुगतान’ या पैसा प्राप्त करने के लिए आपको UPI पिन दर्ज करना नहीं होता.
  • Screenshare, AnyDesk, Teamviewer जैसे तीसरे पक्ष के ऐप को डाउनलोड और इंस्टॉल नहीं करें.
  • Google, Twitter, FB पर PhonePe ग्राहक सहायता नबंरों की खोज नहीं करें. PhonePe ग्राहक सहायता पर सिर्फ ऑफ़िशियल https://phonepe.com/en/contact_us.html के ज़रिए ही पहुंचें.
  • हमसे सिर्फ सोशल मीडिया जैसे प्लेटफ़ॉर्म पर ऑफ़िशियल खातों के ज़रिए ही सम्पर्क करें.

Twitter हैंडल: https://twitter.com/PhonePe

https://twitter.com/PhonePeSupport

Facebook खाता: https://www.facebook.com/OfficialPhonePe/

वेबसाइट: support.phonepe.com

· PhonePe सहायता होने का दावा करने वाले असत्यापित मोबाइल नंबरों पर कभी कॉल/जवाब न दें.

अगर धोखेबाज़ आपसे सम्पर्क करता है, तो क्या करना चाहिए ?

· अपने नज़दीकी साइबर क्राइम सेंटर में तुरंत शिकायत दर्ज कराएं और पुलिस को उचित जानकारी(फ़ोन नंबर, लेन-देन विवरण, कार्ड नंबर, बैंक खाता वगैरह) देकर FIR दर्ज कराएं.

· PhonePe ऐप में लॉग इन करें और ‘सहायता’ पर जाएं. आप यहां ‘खाता सुरक्षा समस्या/जालसाजी गतिविधि’ के तहत धोखाधड़ी की घटना की रिपोर्ट दर्ज कर सकते हैं.

कुछ तरीके बताए गए हैं कि किस तरह से धोखाधड़ी होती है:

अनुरोध मनी फ़्रॉड : Phone Pe पर ‘अनुरोध’ की सुविधा आपको पेमेंट भेजने की अनुमति देती है. आप सिर्फ ‘पेमेंट’ बटन पर क्लिक करने के बाद अपना UPI पिन दर्ज करें. इसके बाद आप दूसरे यूज़र को पैसे भेज सकते हैं. धोखेबाज़ इस सुविधा का गलत इस्तेमाल, नकली पेमेंट अनुरोध भेजकर करते हैं. मैसेज में कुछ इस तरह लिखा होता है कि ‘पैसा प्राप्त करने के लिए UPI PIN दर्ज करें, ‘’पेमेंट का भुगतान रुपये xxx से सफल हुआ’’ वगैरह.

अनुरोध पैसा धोखाधड़ी के बारे में यहां ज्यादा पढ़ें

पैसा प्राप्त करने के लिए QR कोड स्कैन करना: धोखेबाज़ Whatsapp जैसे मल्टीमीडिया ऐप पर QR कोड शेयर करते हैं. आपको पैसा प्राप्त करने के लिए इस कोड को स्कैन करने के लिए कहते हैं. याद रखें, ऐसी कोई सुविधा नहीं है जो आपको पैसा प्राप्त करने के लिए इस कोड को स्कैन करने की अनुमित देती है. कृपया इस तरह के अनुरोध पर जवाब न दें. साथ ही, मैसेज भेजने वाले के नंबर और दूसरी जानकारी पर रिपोर्ट करें.

तीसरे पक्ष की ऐप के ज़रिए धोखेबाज़ी: यूज़र अक्सर लेन-देन से जुड़ी परेशानी के लिए सोशल मीडिया चैनलों का इस्तेमाल करते हैं. धोखेबाज़ कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में यूज़र को कॉल करते हैं या उनसे सम्पर्क करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं. वे यूज़र को Screenshare, Anydesk, Teamviewer जैसे ऐप को डाउनलोड करने को कहते हैं. साथ ही, उन्हें डेबिट/क्रेडिट कार्ड को फ़ोन कैमरे के सामने रखने के लिए कहते हैं ताकि वे ‘PhonePe सत्यापन प्रणाली’ की जानकारी को स्कैन कर सकें. एक बार जैसे ही उनको कार्ड की जानकारी मिलती है, वैसे ही वे फ़ोन से OTP मैसेज(SMS) भेजकर, खुद के खाते में पैसा ट्रांसफर कर लेते हैं.

तीसरे पक्ष की ऐप से हो रहे पेमेंट धोखाधड़ी के बारे में यहां पढ़ें

Twitter धोखाधड़ी: धोखेबाज़ इस बात पर नज़र रखते हैं कि यूज़र्स, PhonePe ग्राहक सेवा हैंडल पर क्या पोस्ट(कैशबैक, पैसा ट्रांसफ़र जैसी सुविधा का लाभ उठाने वाले ट्वीट) कर रहे हैं. वो ट्विटर पर पोस्ट का तुरंत जवाब देते हैं. यूज़र्स को फ़र्ज़ी ग्राहक सेवा के तौर पर ट्वीट करते हैं और PhonePe हेल्पलाइन नंबर देते हैं. ग्राहक फ़र्ज़ी हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करते हैं और कार्ड, OTP जैसी संवेदनशील जानकारी शेअर कर देते हैं.

Twitter धोखाधड़ी के बारे में यहां और पढ़ें.

डेबिट/क्रेडिट कार्ड या टॉप-अप धोखाधड़ी: ऐसी स्थिति में, धोखेबाज़ आपको अपने बैंक, RBI, ई-कॉमर्स साइट या लॉटरी योजना के प्रतिनिधि होने का दावा करते हैं. वे आपसे अपना 16 अंकों का कार्ड नंबर और CVV शेअर करने के लिए कह सकते हैं. इसके बाद आपको मैसेज(SMS) में OTP प्राप्त होता है. धोखेबाज़ आपको वापिस से कॉल करते हैं और पुष्टि के लिए OTP मांगते हैं. एक बार जैसे ही आप जानकारी शेयर करते हैं, तो धोखेबाज़ के वॉलेट में आपके खाते से टॉप-अप हो जाता है.

टॉप-अप धोखाधड़ी के बारे में यहां और पढ़ें

सोशल इंजीनियरिंग धोखाधड़ी: सोशल इंजीनियरिंग तब होती है, जब धोखेबाज़ आपकी व्यक्तिगत जानकारी का इस्तेमाल करते हैं और आपको उन पर भरोसा करने के लिए ठगते हैं. धोखेबाज़ आपके बैंक की ओर से ग्राहक प्रतिनिधि होने का दावा करते हैं. वो आपका भरोसा जीतने के लिए, आपने जो जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की है (जन्म तिथि, स्थान वगैरह) उसका इस्तेमाल करते हैं और आपको बैंक खाता/कार्ड की जानकारी शेयर

करने के लिए कहते हैं. इसके बाद, आपसे लेन-देन को पूरा करने के लिए OTP मांगते हैं और आपके डेबिड कार्ड का इस्तेमाल करके अपने वॉलेट में टॉप अप करने के लिए कहते हैं.

सोशल इंजीनियरिंग धोखाधड़ी के बारे में यहां और पढ़ें.

SIM स्वैप धोखाधड़ी: जब आपकी व्यक्तिगत जानकारी का इस्तेमाल, कोई धोखेबाज़ करें और वो आपके फ़ोन नंबर से एक नई सिम जारी करें, तो उसे SIM स्वैप धोखाधड़ी कहते हैं. ऐसा करने से उसे आपके बैंक खाते से पेमेंट को अनुमति देने के लिए, जरूरी OTP मिल जाता है. धोखेबाज़ आपके मोबाइल ऑपरेटर की ओर से ग्राहक सेवा प्रतिनिधि होने का दावा करते हुए आपको कॉल करते हैं, और नेटवर्क को अपग्रेड करने के लिए एक SMS फॉरवर्ड करने को बोलते हैं. इस मैसेज(SMS) में नई SIM के पीछे 20 अंकों का एक नंबर लिखा होता है. इस SMS से आपका वर्तमान SIM निष्क्रिय हो जाता है और एक डुप्लीकेट SIM सक्रिय हो जाता है.

SIM स्वैप धोखाधड़ी के बारे यहां और पढ़ें

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