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Trust & Safety

अपने मोबाइल फोन को सिम टेकओवर फ्रॉड से बचाएं

PhonePe Regional|4 min read|30 April, 2025

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टेक्नोलॉजी की दुनिया में आपके दो मुख्य साथी हैं, आपका स्मार्टफोन और आपका मोबाइल सिम। फोन कॉल करने से लेकर बैंकिंग और निवेश को मैनेज करने तक, मोबाइल डिवाइसेज़ पर निर्भरता लगातार बढ़ती जा रही है। उदाहरण के लिए, UPI को ही लें, अपने UPI अकाउंट को प्रमाणित करने का पहला स्टेप आपके बैंक अकाउंट में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से SMS के माध्यम से होता है। यह आपके मोबाइल सिम को एक बड़े खतरे में डालता है – जिससे सिम टेकओवर फ्रॉड हो सकती है।

सिम टेकओवर फ्रॉड क्या है?

इस तरह की धोखाधड़ी में आपके फोन को छूने की ज़रूरत नहीं होती है। बल्कि, जालसाज मोबाइल कंपनी को गुमराह करके आपका फोन नंबर अपने सिम कार्ड में ट्रांसफर करवा लेते हैं। वे पहले फ़िशिंग टेक्नीक के ज़रिए आपकी पर्सनल इन्फॉर्मेशन लेते हैं और फिर आपकी मोबाइल कंपनी से “सिम कार्ड खो गया” की शिकायत करके ऐसा करते हैं। वे ली गई आपकी सभी पर्सनल इन्फॉर्मेशन का इस्तेमाल वेरिफिकेशन के लिए करते हैं और आपका सिम अपने नाम पर पोर्ट करवा लेते हैं – इसके बाद उन्हें आपके कॉल, मैसेज और खास तौर पर बैंकिंग वेरिफिकेशन कोड का सीधा एक्सेस मिल जाता है। इसके परिणाम आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते हैं।

इस ब्लॉग में हम उन ज़रूरी बातों को जानेंगे जिससे आप खुद को सिम टेकओवर फ्रॉड का अगला शिकार बनने से बचा सकते हैं।

सिम टेकओवर फ्रॉड से खुद को कैसे बचाएंः

सिम टेकओवर फ्रॉड से जुड़े बढ़ते खतरों को देखते हुए, अपने मोबाइल अकाउंट्स को सुरक्षित रखने के लिए पहले से सावधानी बरतना जरूरी है। यहां 5 महत्वपूर्ण टिप्स दिए गए हैं जो आपके मोबाइल सिम को सुरक्षित रखने में मदद करेंगे:

1. सिम पिन/पासवर्ड इनेबल करें

ज्यादातर टेलिकॉम कंपनियाँ और स्मार्टफोन निर्माता आपको अपने अकाउंट की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पिन या पासवर्ड सेट करने का विकल्प देते हैं। इससे जालसाजों के लिए आपकी मर्जी के बिना आपके अकाउंट से छेड़छाड़ करना बहुत मुश्किल हो जाता है। अपनी मोबाइल कंपनी से पूछें कि यह फ़ीचर कैसे ऐक्टिवेट किया जाता है, और पासवर्ड बनाते समय ऐसा पासवर्ड चुनें जो स्ट्रॉन्ग और बिलकुल अलग हो।

2. पर्सनल इन्फॉर्मेशन के प्रति सावधान रहें

कभी भी अपनी पर्सनल इन्फॉर्मेशन (जैसे सिम कार्ड नंबर, पिन और पासवर्ड) फोन, ईमेल या टेक्स्ट मैसेज पर शेयर न करें। जालसाज अक्सर सोशल इंजीनियरिंग के जरिए व्यक्तियों से उनकी निजी जानकारी लेने की कोशिश करते हैं।

3. मजबूत प्रमाणीकरण तरीकों का उपयोग करें

जब भी संभव हो, टू-फ़ैक्टर ऑथेन्टिकेशन (2FA) को चुनें जो सिर्फ SMS पर निर्भर न हों। हालांकि SMS-आधारित 2FA का उपयोग तो सामान्य है, लेकिन यह सिम टेकओवर फ्रॉड के लिए जोखिम भरा हो सकता है। SMS ऑथेन्टिकेशन के साथ अन्य सुरक्षित तरीके भी अपनाएं।

4. अपने मोबाइल के उपयोग पर नज़र रखें

अपने फोन के उपयोग और ऐक्टिविटी की नियमित रूप से जांच करें, ताकि किसी भी असामान्य व्यवहार का पता चल सके, जैसे कि नेटवर्क सिग्नल का अचानक गायब होना या बिना कारण वेरिफिकेशन कोड्स प्राप्त होना। अगर आपको कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे या लगे कि आपका नंबर सुरक्षित नहीं है, तो तुरंत अपने नेटवर्क प्रोवाइडर से संपर्क करें। वे आपकी मदद कर सकते हैं, अकाउंट चेक करके उसे सुरक्षित कर सकते हैं, ताकि आगे कोई धोखाधड़ी न हो।

5. अलर्ट और नोटिफिकेशन का उपयोग करें

कई बैंक और वित्तीय संस्थान आपको ट्रांजेक्शन या अकाउंट बदलने के लिए अलर्ट सेट करने की सुविधा देते हैं। इन अलर्ट्स को चालू करें, ताकि आप अपने अकाउंट्स में किसी भी संदिग्ध गतिविधि को तुरंत पहचान सकें।

सिम टेकओवर फ्रॉड खतरनाक क्यों है

सिम टेकओवर फ्रॉड के गंभीर परिणाम हो सकते हैं:

  • संवेदनशील जानकारी का एक्सेस: जैसे ही जालसाज को विक्टिम के फोन नंबर पर कंट्रोल मिल जाता है, वे (2FA) जैसे सिक्योरिटी फ़ीचर्स से बच सकते हैं और फाइनेंशियल अकाउंट, ईमेल, सोशल मीडिया और अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं का एक्सेस पा सकते हैं।
  • आर्थिक नुकसान: जालसाज अनधिकृत फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन कर सकते हैं, जैसे कि बैंक अकाउंट से पूरे पैसे निकलना या विक्टिम के फोन नंबर से जुड़े क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना।
  • गोपनीयता का उल्लंघन: जालसाज कॉल और मैसेज को सुन या पढ़ सकते हैं, जिससे उन्हें आपकी पर्सनल इन्फॉर्मेशन मिल सकती है, जिसे आइडेंटिटी थेफ़्ट के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

मोबाइल पर निर्भर इस दौर में सिम टेकओवर फ्रॉड एक बड़ा खतरा है। जालसाज हमेशा मोबाइल नेटवर्क की कमजोरियों का फायदा उठाने के नए तरीके खोजते रहते हैं, जिससे आपकी पर्सनल इन्फॉर्मेशन और आर्थिक सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है। हालांकि, सतर्क रहकर, मजबूत सुरक्षा उपाय और ऊपर बताए गए सर्वोत्तम तरीकों को अपनाकर, आप खुद को सिम फ्रॉड से सुरक्षित रख सकते हैं।

याद रखें, धोखाधड़ी को रोकने और अपने मोबाइल नंबर और संवेदनशील जानकारी सुरक्षित रखने का सबसे बड़ा तरीका है, पहले से सावधानी बरतना।

सचेत रहें, सुरक्षित रहें और सुनिश्चित करें कि आपकी मोबाइल सुरक्षा से समझौता नहीं किया गया है।

सिम टेकओवर फ्रॉड की घटनाओं की रिपोर्ट कैसे करें

अगर आपको संदेह है कि आप किसी धोखाधड़ी का शिकार हुए हैं, तो तुरंत इसकी रिपोर्ट करें:

 फ़ोनपे पर शिकायत करना:

मौजूदा शिकायत हल न होने पर:  PhonePe Grievance पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें

अधिकारियों को रिपोर्ट करें

  • साइबर क्राइम सेल: साइबर क्राइम की शिकायत ऑनलाइन साइबर क्राइम पोर्टल  पर दर्ज करें या 1930 पर कॉल करें।
  • दूरसंचार विभाग (DOT): संदिग्ध मैसेज, कॉल या व्हाट्सएप धोखाधड़ी की शिकायत संचार साथी पोर्टल पर चक्षु सुविधा के माध्यम से दर्ज करें।

महत्वपूर्ण सूचना — PhonePe कभी भी आपकी गोपनीय या व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है। अगर कोई मेल PhonePe से आने का दावा करता है, लेकिन वह phonepe.com डोमेन से नहीं है, तो उसे नजरअंदाज करें। अगर आपको धोखाधड़ी का संदेह है, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें।

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