Trust & Safety
अपनी पहचान सुरक्षित रखें और आधार कार्ड धोखाधड़ी से बचें
PhonePe Regional|3 min read|19 August, 2024
आधार, जो दुनिया की सबसे बड़ी बायोमेट्रिक प्रणाली है, भारतीयों को बायोमेट्रिक्स और जनसांख्यिकीय जानकारी के अनुसार स्वेच्छा से एक अद्वितीय 12-अंकों की पहचान प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।
आधार से बैंक अकाउंट खोलने, पासपोर्ट प्राप्त करने, सब्सिडी का लाभ उठाने, सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करने आदि की सरल प्रमाणीकरण प्रक्रिया उपलब्ध होती है। आधार मोबाइल नंबरों से भी लिंक होता है और वित्तीय संस्थानों द्वारा रिटेल निवेशकों के लिए एक मान्य पहचान के रूप में स्वीकार किया जाता है।
आधार की सबसे प्रभावी विशेषताओं में से एक है OTP वेरिफिकेशन, जो व्यक्तियों को किसी भी स्थान से आसानी से अपनी पहचान प्रमाणित करने की सुविधा प्रदान करता है।
आज के दौर में, जब साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहा है, ऐसी प्रक्रियाएँ जो सुविधा प्रदान करने के लिए बनाई गई हैं, अक्सर अनजाने में उन व्यक्तियों के डेटा को उजागर कर देती हैं, जिनके पास अपनी पहचान की सुरक्षा के लिए सही जानकारी नहीं होती है।
इस ब्लॉग में, हम विस्तार से बताएँगे कि कैसे घोटाला करने वाले आधार नंबर और बैंक अकाउंट के बीच के लिंक का फायदा उठाकर पैसे की हेराफेरी या अनधिकृत ट्रांजैक्शन करते हैं।
आधार से जुड़े UPI धोखाधड़ी के सामान्य तरीके
- फ़िशिंग अटैक: फ़िशिंग, धोखाधड़ी का तरीका है, जिसमें ठग बैंक या पेमेंट ऐप के अधिकारी होने का दिखावा करते हैं और लोगों को अपनी व्यक्तिगत जानकारी प्रकट करने के लिए छलपूर्वक राज़ी करते हैं। आधार से जुड़े घोटालों के मामले में, ठग यूजर को उनके आधार डिटेल्स या UPI पिन को अपडेट करने के लिए मैसेज या ईमेल भेजते हैं। ऐसे मामलों में, संचार में एक नकली लिंक होता है, जिसे संवेदनशील जानकारी हासिल करने के लिए बनाया जाता है।
- विशिंग कॉल: विशिंग, फ़िशिंग की ही तरह धोखाधड़ी का एक और तरीका है जिसमें ठग, व्यक्तियों को यह दावा करते हुए कॉल करते हैं कि वे बैंक या UIDAI से हैं और अकाउंट वेरिफिकेशन या किसी समस्या का समाधान करने के बहाने आधार नंबर, UPI पिन या OTP माँगते हैं।
- सिम स्वैप धोखाधड़ी: ठग पीड़ित के फ़ोन नंबर का डुप्लीकेट सिम कार्ड प्राप्त कर लेते हैं, UPI ट्रांजैक्शन के लिए भेजे गए OTP को उस सिम से हासिल करते हैं और उससे लिंक बैंक अकाउंट तक पहुँच प्राप्त करते हैं।
- नकली ऐप और वेबसाइट: ठग आधार और बैंकिंग डिटेल्स हासिल करने के लिए असली UPI पेमेंट सेवाओं की नकल करते हुए, नकली ऐप्स या वेबसाइट बनाते हैं।
सामान्य तरीकेआधार धोखाधड़ी से खुद को कैसे सुरक्षित रखें
- व्यक्तिगत जानकारी शेयर न करें: कभी भी अपना आधार नंबर, UPI पिन, OTP, या बैंक डिटेल्स फ़ोन, ईमेल, या SMS के माध्यम से किसी के साथ शेयर न करें।
- प्रमाणिकता वेरीफाई करें: आपके बैंक या पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर से होने का दावा करने वाले किसी भी संचार की प्रमाणिकता हमेशा वेरीफाई करें। ऑफिशियल वेबसाइटों पर जाएँ या सीधे ग्राहक सेवा से संपर्क करें।
- अपने मोबाइल नंबर को सुरक्षित रखें: सुनिश्चित करें कि आपके आधार और बैंक अकाउंट से लिंक मोबाइल नंबर सुरक्षित है। सिम बदलने के अनुरोधों से सावधान रहें और खोये हुए सिम कार्ड की तुरंत रिपोर्ट करें।
- विश्वसनीय ऐप्स का उपयोग करें: केवल इंडस ऐपस्टोर, गूगल प्ले स्टोर या ऐपल ऐप स्टोर जैसे प्रमाणित सोर्स से वेरीफाई किए गए और ऑफिशियल UPI ऐप्स का ही उपयोग करें।
- ट्रांजैक्शन पर नज़र रखें: किसी भी अनधिकृत गतिविधि के लिए नियमित रूप से अपने बैंक स्टेटमेंट और UPI ट्रांजैक्शन के पुराने ट्रांजैक्शन की जाँच करें। किसी भी संदेहजनक ट्रांजैक्शन की तुरंत रिपोर्ट करें।
- अलर्ट चालू करें: अपने बैंक अकाउंट में होने वाले किसी भी गतिविधि के बारे में सूचित रहने के लिए SMS या ईमेल के माध्यम से ट्रांजैक्शन अलर्ट सेट करें।
आधार-से लिंक UPI घोटालों की रिपोर्ट कैसे करें
अगर आपको आधार और UPI पेमेंट से संबंधित किसी भी धोखाधड़ी गतिविधि का संदेह है:
- अपने बैंक से संपर्क करें: अपने अकाउंट को फ्रीज़ करने और आगे के सभी अनधिकृत ट्रांजैक्शन को रोकने के लिए तुरंत अपने बैंक को सूचित करें।
- UIDAI को रिपोर्ट करें: आपके आधार नंबर के किसी भी दुरुपयोग के बारे में UIDAI को सूचित करें। आप उनके ऑफिशियल वेबसाइट या हेल्पलाइन के माध्यम से उनसे संपर्क कर सकते हैं।
- शिकायत दर्ज करें: घोटाले की रिपोर्ट स्थानीय पुलिस और साइबर क्राइम अधिकारियों से करें। आप नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
अगर आप आधार कार्ड धोखाधड़ी के शिकार हैं, तो PhonePe पर समस्या संबंधी शिकायत कैसे दर्ज करें
अगर आप PhonePe के माध्यम से किसी धोखेबाज के द्वारा ठगे गए हैं, तो आप तुरंत निम्नलिखित तरीकों से समस्या संबंधी शिकायत दर्ज कर सकते हैं:
- फोनपे ऐप: सहायता वाले सेक्शन में जाइए और “लेनदेन से जुड़ी समस्या है” विकल्प में जाकर अपनी समस्या दर्ज करें।
- फोनपे कस्टमर केयर नंबर: आप अपनी समस्या दर्ज कराने के लिए फोनपे कस्टमर केयर नंबर 80-68727374 / 022-68727374 पर कॉल कर सकते हैं। कॉल करने के बाद कस्टमर केयर एजेंट आपकी समस्या का समाधान करने के लिए एक टिकट बनाएंगे।
- वेबफॉर्म जमा करना : आप फोनपे के वेबफॉर्म https://support.phonepe.com/ का उपयोग करके भी टिकट बना सकते हैं।
- सोशल मीडिया: आप फोनपे के सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से भी धोखाधड़ी की घटनाओं की रिपोर्ट कर सकते हैं:
Twitter — https://twitter.com/PhonePeSupport
Facebook — https://www.facebook.com/OfficialPhonePe
- शिकायत: किसी मौजूदा समस्या पर शिकायत दर्ज कराने के लिए, आप https://grievance.phonepe.com/ पर लॉगिन करें और पहले बनाई गई टिकट आईडी शेयर करें।
- साइबर सेल: अंत में, आप निकटतम साइबर क्राइम सेल में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं या https://www.cybercrime.gov.in/ पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा साइबर क्राइम सेल हेल्पलाइन 1930 पर भी संपर्क कर सकते हैं।