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सुरक्षित रहें नकली ऐप्स से!

PhonePe Regional|4 min read|27 April, 2021

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स्मार्टफोन और डिजिटल सुविधा के इस दौर में, मोबाइल एप्लिकेशन संचार, मनोरंजन और काम को आसान बनाने के लिए ज़रूरी साधन बन गए हैं। हालांकि, इस सुविधा के साथ जोखिम भी जुड़ा है: जानीमानी और भरोसेमंद ऐप की नकल करने वाले फ़र्ज़ी ऐप बनाना। ये फ़र्ज़ी ऐप किसी यूज़र के लिए गंभीर जोखिम पैदा करते हैं जैसे, ये यूज़र का डेटा चुरा लेते हैं,  उनका पैसा ठग सकते हैं और उनकी गोपनीय जानकारी में सेंध लगा देते हैं। इन ऐप्स को बनाने वाले इतने शातिर होते हैं कि ये असली ऐप्स की नकल बिल्कुल इस तरह करते हैं, जिससे पहचानना मुश्किल हो जाता है।

इस ब्लॉग में धोखाधड़ी वाले एप्लिकेशन, उनके जोखिम और ऐसे ऐप्स के जाल में फँसने से बचने के तरीकों के बारे में बताया गया है।

फ़र्ज़ी ऐप को समझना

फ़र्ज़ी ऐप में असली ऐप के डिज़ाइन की पूरी नकल की जाती है और इसे देख कर ऐसा ही लगता है कि यह असल की तरह काम करता है, जिससे इन्हें असल ऐप से अलग करके पहचानना मुश्किल हो जाता है। भरोसेमदं ऐप स्टोर में उनका बार-बार दिखना,  इन पर भरोसा बढ़ा देते हैं।

साइबर अपराधियों के ज़रिए फ़र्ज़ी ऐप का इस्तेमाल किया जाता है और  यूज़र  उन्हें  डाउनलोड करके फँस जाते हैं, जिसके कई नुकसान हो सकते हैं, जिनमें डेटा चोरी, धन से जुडी धोखाधड़ी और गोपनीयता का उल्लंघन शामिल है।

यहाँ ऐसे कुछ तरीके बताए गए  जिनके ज़रिए फ़र्ज़ी ऐप के माध्यम से धोखाधड़ी हो सकती है:

  1. फिशिंग

जब आप कोई फ़र्ज़ी ऐप डाउनलोड करते हैं, तो यह आपके दर्ज किए गए लॉगिन क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल करके आपके डिवाइस को मैलवेयर से संक्रमित कर सकता है। इन क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल धोखाधड़ी करने के लिए भी किया जा सकता है।

  1. अधिकारों का गलत इस्तेमाल

आपके डिवाइस की सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए धोखेबाज़ फ़र्ज़ी ऐप को किसी वैध ऐप की तरह ही डिज़ाइन करते हैं , ऐसे फ़र्ज़ी ऐप आपके डिवाइस पर विशेष अनुमति माँगते ही नहीं हैं। असल में  इससे  सिक्योरिटी फंक्शन में दखल  हो सकता है,  जो यूज़र के के लिए एक बड़ा खतरा पैदा करता है।

  1. रैनसमवेयर

फ़र्ज़ी ऐप डाउनलोड करने पर, आपका डिवाइस रैनसमवेयर से संक्रमित हो जाता है, जो आपके डेटा को एन्क्रिप्ट कर देता है और आप उसे देख नहीं पाते। अपने डेटा का एक्सेस पाने के लिए, धोखेबाज़ आपसे पैसे की मांग करते हैं।

फ़र्ज़ी ऐप की पहचान कैसे करें

फ़र्ज़ी ऐप से सुरक्षित रहने के लिए आप नीचे दिए गए उपाय अपना सकते हैं:

  • ऐप वेरिफाई करें: सबसे पहले, डेवलपर के नाम को कन्फर्म करें। आमतौर पर फ़र्ज़ी  ऐप के नाम असली ऐप से मिलते-जुलते होते हैं, लेकिन उनमें कोई न कोई अंतर ज़रूर होगा  जिससे उन्हें असली ऐप से अलग पहचाना जा सकेगा। टाइपिंग की छोटी-छोटी गलतियों या फिर ऐप के लोगो में दिखने वाले बदलाव की  जाँच  करें। असली ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप इसकी जाँच आधिकारिक वेबसाइट से मिलान करके कर सकते हैं।
  •  रेटिंग और रिव्यू देखें: आम तौर पर भरोसेमंद ऐप में बड़ी संख्या में रेटिंग और रिव्यू होते हैं। अगर किसी ऐप पर बहुत कम रिव्यू  हैं या फिर एक जैसे दिखने वाले असामान्य संख्या में अच्छे रिव्यू दिखें, तो यह फ़र्ज़ी ऐप के लिए चेतावनी का संकेत हो सकता है ।
  • अनुमतियों का विश्लेषण करें: ऐसे ऐप जो कॉन्टैक्ट, कैमरा या माइक्रोफ़ोन के लिए तब अनुमतियाँ  मांगते हैं, जबकि उनकी आवश्यकता नहीं हो, उदाहरण के लिए, बेसिक गेम या यूटिलिटी ऐप के लिए इन्हें माँगना, यह संकेत दे सकता है कि ऐप हानिकारक  है।
  • स्क्रीनशॉट और विवरण की जाँच करें : ऐप विवरण या स्क्रीनशॉट में गलत व्याकरण, वर्तनी संबंधी गलतियाँ और खराब क्वालिटी वाले इमेज दिखना, फ़र्ज़ी  ऐप की निशानी हो सकते हैं।
  • आधिकारिक स्रोत:  सिर्फ़ आधिकारिक वेबसाइट या भरोसेमंद ऐप स्टोर से ही ऐप डाउनलोड करें।

स्वयं को सुरक्षित रखने के तरीके

अपने डिवाइस और निजी डेटा को फ़र्ज़ी ऐप से बचाने के लिए ये कदम उठाएँ:

  • अपने सॉफ़्टवेयर को अपडेट रखें: अपने डिवाइस के ऑपरेटिंग सिस्टम और ऐप को अपडेटेड रखें। इन अपडेट में वो खास सुरक्षा पैच शामिल होते हैं जो आपके फोन की सुरक्षा को मज़बूत करते हैं ताकि फ़र्ज़ी ऐप  आपकी जानकारी चुरा नहीं सकें।
  • सिक्योरिटी सॉफ़्टवेयर सेट अप करें: नुकसानदायक सॉफ़्टवेयर, फ़र्ज़ी ऐप  को खोजने और डिवाइस से बाहर निकालने के लिए, भरोसेमंद  एंटीवायरस और एंटी-मालवेयर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें।
  • टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन  चालू करें (2FA): सभी अकाउंट  के लिए 2FA चालू करें। ऐसा करने से, आप सुरक्षा बढ़ा सकते हैं और हैकर्स के लिए आपके डेटा तक पहुंचना मुश्किल बना सकते हैं।
  •  लिंक और अटैचमेंट से सावधान  रहें: अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें या अपरिचित स्रोतों से आए अटैचमेंट न खोलें।
  •  अनुरोधों को वेरिफाई करें: संवेदनशील जानकारी प्रदान करने से पहले हमेशा अनुरोधों की जानकारी  वेरिफाई करें।
  • मजबूत, यूनीक पासवर्ड का उपयोग करें : विभिन्न अकाउंट के लिए अलग-अलग पासवर्ड का उपयोग करें और उन्हें नियमित रूप से बदलते रहें।

फ़र्ज़ी ऐप डाउनलोड हो जाए तो क्या करें

अगर आपको लगता है कि आपने कोई फ़र्ज़ी ऐप डाउनलोड कर लिया है, तो तुरंत ये  करें:

  1. ऐप को तुरंत अनइंस्टॉल करें
  2. अपने पासवर्ड बदलें, अगर लगे कि आपके किसी अकाउंट का पासवर्ड चुरा लिया गया है.
  3. अपने बैंक और ऑनलाइन अकाउंट पर नज़र रखें, कि वहाँ कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं हो
  4. सिक्योरिटी सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके सिक्योरिटी स्कैन रन करें ।
  5. ऐप की रिपोर्ट करें

संक्षेप में, फ़र्ज़ी ऐप आपके डेटा के लिए एक गंभीर खतरा पैदा कर सकती हैं। जागरूक और सावधान  रहकर आप खुद को ऐसे खतरनाक ऐप से बचा सकते हैं। अपनी गोपनीयता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए, नए ऐप डाउनलोड करते समय हमेशा सतर्क रहें और अपने डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता दें।

फ़र्ज़ी ऐप धोखाधड़ी का शिकार होने पर आपको क्या करना चाहिए

  1. फोनपे ऐप:  सहायता वाले  सेक्शन में जाइए और ” लेनदेन से जुड़ी समस्या है” विकल्प में जाकर अपनी समस्या दर्ज करें।
  2. फोनपे कस्टमर केयर नंबर: आप अपनी समस्या दर्ज कराने के लिए फोनपे कस्टमर केयर नंबर 80-68727374 / 022-68727374 पर कॉल कर सकते हैं। कॉल करने के बाद कस्टमर केयर एजेंट आपकी समस्या का समाधान करने के लिए एक टिकट बनाएंगे।
  3. वेबफॉर्म जमा करना : आप फोनपे के वेबफॉर्म https://support.phonepe.com/ का उपयोग करके भी टिकट बना सकते हैं।
  4. सोशल मीडिया: आप फोनपे के सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से भी धोखाधड़ी की घटनाओं की रिपोर्ट कर सकते हैं:
    Twitter) – https://twitter.com/PhonePeSupport
     Facebook) – https://www.facebook.com/OfficialPhonePe
  1. शिकायत: किसी मौजूदा समस्या पर शिकायत दर्ज कराने के लिए, आप https://grievance.phonepe.com/ पर लॉगिन करें और पहले बनाई गई टिकट आईडी शेयर करें।
  2. साइबर सेल: अंत में, आप निकटतम साइबर क्राइम सेल में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं या  https://www.cybercrime.gov.in/ पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके आलावा साइबर क्राइम सेल हेल्पलाइन 1930 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

ज़रूर याद रखें : फोनपे कभी भी गोपनीय या व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है। अगर आपको ऐसे कोई भी मेल आएँ जो फोनपे से होने का दावा करें,  पर वे   phonepe.com डोमेन से नहीं हों तो उन पर ध्यान नहीं दें। यदि आपको धोखाधड़ी का संदेह है, तो कृपया तुरंत अधिकारियों से संपर्क करें।

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